Maruti Suzuki ने अपनी पहली Made-in-India इलेक्ट्रिक कार गुजरात के अपने अपग्रेडेड प्लांट से लॉन्च किया .
अभी भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में एक बड़ी खबर आ रही है जो पूरे देश के लिए बहुत मायने रखती है। Maruti Suzuki ने अपनी पहली Made-in-India इलेक्ट्रिक कार यानी e-Vitara SUV को गुजरात के अपने अपग्रेडेड प्लांट से लॉन्च किया है। यह प्लांट अब दुनिया के सबसे बड़े ऑटो मैन्युफैक्चरिंग हब में से एक बनने जा रहा है, जिसकी सालाना क्षमता 10 लाख यूनिट तक पहुंच जाएगी।
- वैश्विक उत्पाद केंद्र: Maruti Suzuki इस प्लांट को EV प्रोडक्शन का ग्लोबल बेस बनाने जा रही है। इसका मतलब भारत से ही 100 से ज्यादा देशों में इलेक्ट्रिक कारों का निर्यात होगा, जिसमें जापान और यूरोप जैसे विकसित बाजार भी शामिल हैं।
- भारत की वैश्विक छवि: यह कदम भारत को एक मेगा ऑटोमोटिव हब के रूप में स्थापित करेगा, जो विश्व स्तर पर इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन का केंद्र बनेगा।
- सरकारी योजनाओं का समर्थन: केंद्र सरकार ने FAME-II योजना सहित कई योजनाएं चलाई हैं, जिसमें अब तक 16 लाख से ज्यादा EVs को सब्सिडी मिल चुकी है, साथ ही देश भर में हजारों चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित किए जा रहे हैं। ये सब EV बाजार को तेजी से बढ़ावा दे रहे हैं।
- स्थानीय उत्पादन भी मजबूत: प्लांट में बैटरी और बैटरी से जुड़े हार्डवेयर का भी बड़े पैमाने पर उत्पादन हो रहा है, जिससे भारत की आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी।
- पर्यावरण और आर्थिक लाभ: इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते इस्तेमाल से न केवल प्रदूषण कम होगा, बल्कि हजारों नए रोजगार भी बनेंगे और टेक्नोलॉजी सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बाजार अभी सिर्फ एक छोटे हिस्से में है, लेकिन सरकार और कंपनियों की मेहनत से अगले कुछ सालों में यह तेजी से बढ़ेगा। Maruti Suzuki का यह कदम इस दिशा में एक बड़ा मोड़ माना जा रहा है।
तो कुल मिलाकर, यह खबर भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए क्रांतिकारी साबित होगी, जिससे देश इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के ग्लोबल मैप पर अपनी जगह मजबूत करेगा।